आखिर कब तक, भ्रष्टाचारियों को बचाया जाता रहेगा........?


 यह एक खोजी एवं प्रमाणित पत्रकारिता की 15वीं किस्त है। इस प्रकार 17 अभियुक्तों द्वारा मध्य प्रदेश राज्य वन सेवा आयोग से फर्जी नौकरी लेकर बेरोजगार देश कानून का भ्रष्टाचार को शिष्टाचार बन चुके हैं।


 श्रीमती मनीषा पुर्वार उपवन मंडल अधिकारी बण्डा सामान्य उत्तर वन मंडल जिला सागर मध्य प्रदेश में कार्यरत हैं। वन मंडल अधिकारियों की वरिष्ठा सूची दिनांक 1 अप्रैल सन 2021 क्रमांक 119 एवं गृह जिला कानपुर उत्तर प्रदेश की अनावेदिका है, क्योंकि ये यूपी की होते हुए भी उत्तर प्रदेश राज्य वन सेवा आयोग को त्याग कर भारी रिश्वत देकर एवं धोखा देकर मध्य प्रदेश राज्य वन सेवा आयोग से फर्जी नियुक्ति लेकर वर्षों से अवैध नौकरी को वैध तरीकों से कैसे संपन्न कर रही होगीं, क्योंकि जब नियुक्ति ही अवैध है। 


तब नौकरी भी अवैध कार्यों से चलाना माना जाता है। अवैध नौकरी वाले उच्च अधिकारी जो ऊपर अनेक होते हैं। फिर मंत्रालय तक शिकायत होने पर मंत्रालय के मंत्री जी और फिर मध्य प्रदेश सरकार को प्रमुख सचिव को शिकायत होने पर सभी को रिश्वत की घूस देना पड़ रहा है। 


 इस प्रकार फर्जी नियुक्ति का लाभ, ब्लैकमेल हो -होकर घूस दे -देकर महा भ्रष्टाचार की नौकरी करना अर्थात भारतवासियों को लूट के, पाप की गठरी सिर पर रखना है। जहां न्याय नहीं और लूट का पैसा से जहर खाने की आवश्यकता नहीं होती है। वरन जहर से बड़ा महा जहर तो रोज खाया जा रहा है । 

दिनांक 15/ 5 /2025 में सीसीएफ अधिकारी वन व्रत जिला सागर मध्य प्रदेश को प्रेषित है, किंतु रिश्वतखोर शिकायतकर्ता को सूचित तक नहीं कर रहे हैं।
 दिनांक 24.6.2025 में मध्य प्रदेश सरकार एमपी मंत्रालय वल्लभ भवन भोपाल मध्य प्रदेश के प्रमुख सचिव को शिकायत प्रकरण नियम अनुसार प्रेषित है। 

यहां भी रिश्वतखोरी का आलम इतना है यहां भी रिश्वतखोरी का आलम इतना है कि आज तक कोई सूचना पत्र तक शिकायतकर्ता को नहीं दिया जाता है।
  बड़े बेशर्म रिश्वतखोर हो चुके हैं । क्या यह महापुरुषों महात्माओं की भूमि है...?हमें अती सरवत वर्जेत से बचना है। इसलिए सोई हुई जनता को जगाया जा रहा है। 

हमने पहले अपने देश की सोई हुई जनता को जगा कर भौतिक आजादी पाए हैं । अभी सबसे बड़ी आध्यात्मिक (रूहानी) आजादी पाना शेष है। इसकी कार्यवाही कुदरती तौर से संचालित होती आ रही है। 


देखना भारत पहले से ही अवतारों महात्माओं का देश रहा है और अब जनता स्वयं सज्जन योगी साधू आदि शक्तियों से संपन्न होते जा रही है। इसीलिए अब ज्ञान का तूफान सब कुछ उड़ा कर अथवा झूठ को उखाड़ कर या फाड़ कर रख देगा। बहुत थोड़े में कहीं तो अब भारत के बच्चे अपने बाप को धूम्रपान में कोई सहयोग नहीं करते हैं और ऐसे परिवारों की संख्या भी बे हताशा बढ़ रही है।


 यह अति अनिवार्य परिवर्तन एक दूसरे को ठीक-ठाक करता हुआ ज्ञान का तूफान बनकर चल रहा है। और यही परिवर्तन चक्र है, जो अच्छो को-अच्छा , बहुत अच्छा करेगा और बुरों को उखाड़ कर फेंकते जाएगा बस यह मंजर थोड़े से समय का और मोहताज है। धैर्य रखो। सब बापो के "बाप जी" की  शक्ति देखने हेतु मिलेगी।

 आखिर भ्रष्टाचारी का राज सदाचारी को जबरन दे दिया जाएगा, क्योंकि इसीलिए (सत्यमेव जयते) होकर रहेगा बकरी की अम्मा की दुआ निष्फल जाती ही जाती है। इसलिए दूसरी कहावत यह है कि कौवों के कोसने से ढोर नहीं मरता। बने रहे आगामी समाचार डी डी इंडिया न्यूज़ के साथ

(सुशील चौरसिया जी की रिपोर्ट)


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