*हमाल मजदूरों के कमरे नीलाम करने पर पाषंदो का विरोध*
*नगर परिषद बरघाट सीएमओ को सौपा विरोध पञ*
बरघाट.. नगर परिषद बरघाट मे बैठी नगर सरकार की हमेशा ही चचां बनी रहती है गठन के दिन ही ऐसा हुआ जो इतिहास मे कही नहीं हुआ जहाँ भाजपा और काग्रेस पाटीं ने मिलकर सरकार बना ली जो हमेशा के लिए उन भाजपा काग्रेस के मतदान को याद रहेगा कि उनका वोट कहा गया और अब किसको दे वोट जब से नगर परिषद बरघाट मे गठबंधन परिषद बैठी है ।
तब से ही नगर का विकास कहा गुम हो गया किसी को पता नहीं इन तीन साल मे एक भी काम जनता को नहीं दिखा और किया भी गया तो वह भी बिना भविष्य की योजना को ध्यान रखे हो गया डिवाइड रोड का काम कब होगा यह तो पता नहीं लेकिन उसके नाम पर विघुत पोल जरूर लग गए वह कैसे लगे है ।
यह किसी से छुपा नहीं है। बिना उपयोगी के बडी नाली बन गई वह भी चली कही से पहुच कही गई लोग उसको नाली नहीं नागिन नाली नाम दे दिए क्यों की वह चल ही कुछ ऐसी ही है
अब नगर परिषद बरघाट ने एक और नया कारनामा कर दिया जो हमालो मजदूरों के लिऐ नगर परिषद अध्यक्ष रंजीत वासनिक के समय की परिषद मे सुन्दर नया बस स्टैंड बनाया गया जहाँ कमरे बनाकर नगर परिषद की आय बढाई गई वही दो कमरे ऐसे बनाऐ गए जहाँ हमालो मजदूरो को ध्यान मे रखकर सुरक्षित रखे गए जहाँ वह आराम कर सके जहाँ टीवी देखकर मनोरंजन कर सके बैठने की व्यवस्था की रखी गई
क्यों कि यह लोग बस स्टैंड कहा बैठे इसका ध्यान पिछली परिषद ने पूरा रखा लेकिन यह भाजपा कांग्रेस गठबंधन नगर परिषद ने उन कमरा नंबर 35, 36 दोनो कमरे की दो नग एलईडी टीवी एवं बैठने के सोफासेट की व्यवस्था का सभी सामान ही गोल कर दिया और अब उन गरीबो का हक मार कर उन कमरो को नीलामी के लिए निकाल दिया जिसका नगर मे विरोध हो रहा है
जिसको लेकर विकास मोचां के सभी सात पाषंदो ने भी अपना विरोध दजं कराया जिसके लिऐ श्रीमती संगीता रंजीत वासनिक, श्रीमती सुधा रामसिंह कंगाली, बाबर खान, श्रीमती रूचि राकेश वासनिक, जीतेन्द्र सिंगारे पप्पू, श्रीमती साक्षी ढालसिह बिसेन, श्रीमती किरण नीरज सूयंवंशी सभी पाषंदो ने नगरपालिका अधिकारी वेदप्रकाश पूरी को विरोध पञ सौपा और हमालो मजदूरों के कमरे यथावत उनके लिए ही रखने को कहा गया है।
पीआईसी की बैठ के प्रस्ताव नंबर 11 पर भी विरोध दजं कराया गया है अब देखना है भाजपा काग्रेस गठबंधन की नगर परिषद बरघाट गरीबो का हक छीनती है या फिर उसको भी नीलाम करती है जिसको लेकर भविष्य मे बडा आदोलन भी हो सकता है।
(अरविंद वासनिक कीरपोर्ट)