भारत का डंका पहले सारे विश्व में बजाता था और अब भी हम लगभग उसी और अग्रसर होते जा रहे हैं। जिसमें भ्रष्टाचार गंभीर रूप से बाधक बना हुआ है। देख लेना जब तक इस बैरी का (भ्रष्टाचार का ) नाश नहीं होगा ।
"तब तक "भारत विश्व का मुकुट नहीं बन पाएगा ।भविष्य वक्ताओं ने भी भारत को व्यसन मुक्ति से आगे बढ़ाने की शर्त जोड़कर भारत विश्व के लिए सिरोधार्य की "विकट स्थिति" की ओर चल रहा है। कृपया "भ्रष्टाचारी आप जी" होश में आ जाओ अन्यथा पापियों के घड़े फूटने लगेंगे और उन्हें कोई बचा भी नहीं पाएगा।
यह कलम चलाने वाले की 19वीं किस्त है , जो प्रमाणित एवं खोजी पत्रकारिता है। यह पत्रकारिता स्वयं प्रशंसा की मोहताज नहीं है , क्योंकि योग्यता स्वयं प्रशंसनीय होती है ।
जिला मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश है और यहां के सेवाराम मलिक उपवन मंडल अधिकारी सामान वन मंडल रहली अभ्यारण नवरा देही वन प्रशासन जिला सागर मध्य प्रदेश में असंवैधानिक नौकरी कर रहे हैं ।
ऊपर तक भारी से भारी रिश्वत बांटना इस बात से स्पष्ट होता है , कि अभ्यारण मलाई वाला वन प्रशासन है और यहां वन प्रशासन के प्रशासनिक अधिकारियों के चहेते ही नियुक्त कर रखे जाते हैं।
सबको पता है मध्य प्रदेश राजवन सेवा आयोग में उत्तर प्रदेश राजवन सेवा का अतिक्रमण जानबूझकर कर करोड़ो से अर्बो रूपयों के भ्रष्टाचार और अब भ्रष्टाचार करने वालों को रखा जाता है ,क्योंकि अवैध नौकरी है अर्थात मनमाना भ्रष्टाचार कराओ, खूब कमाओ, हम शासन- प्रशासन को देते जाओ। इसमें स्पष्ट है कि सभी प्रदेशों में प्रदेश के एसडीओ चयनित होना चाहिए थे।
ऐसा हुआ और पेंशन तक दी जा रही है । इसमें प्रशासन तथा शासन की सीधी - सीधी स्वीकृति तथा संरक्षण से यह कार्य धड़ल्ले से (100% स्पीड से) किया जा रहा है। भ्रष्ट आचरण में जो जितना पारंगत होता है। उसे उतनी सफलता मिलती है ।
अब ऐसी दुनिया शीघ्र बदलने वाली है। समय रहते संभल जाओ! शासन प्रशासन एवं जनता का अनावेदक दिनांक १ अप्रैल सन 2021 की वरिष्ठा सूची क्रमांक 172 पर अंकित है । इस प्रकार लगभग पेंशनरों सहित 50 एसडीओ दूसरे प्रदेश से आकर प्रशासन शासन के सहयोग से मध्य प्रदेश से लूट रहे हैं और जनता अभी जागी है।
इसलिए जन जागृति से प्रगति होती है और जनता अवैध नौकरी करने वालों को और कराने वालों को प्रार्थना से ही भस्म कर सकती है। इसी को पाप का घड़ा फूटना कहते हैं । अब समय आ रहा है और पाप का घड़ा फूटता हुआ जनता को दिखेगा .....भाऊ !
दिनांक 15 5 2025 में मुख्य वन संरक्षक वन मृत सागर जिला सागर मध्य प्रदेश को शिकायत की गई है और आज 4 माह बाद तक में कोई सूचना तक नहीं दी गई है, क्योंकि यह लूटम लाट नीचे से ऊपर अर्थात शीर्ष स्तर तक की सेटिंग से चलाई जा रही है ।
" इसीलिए कौन सूचना देय और उच्च अधिकारियों की क्रोध अग्नि का लफारा लेय"।
दिनांक 24 6 2025 में भोपाल मध्य प्रदेश के प्रमुख सचिव को, मध्य प्रदेश सरकार को, और एमपी मंत्रालय को शिकायत प्रेषित है। कृपया प्रमाण जनता के अवलोकनाथ प्रस्तुत है। जनता फेक न्यूज़ समाचार से सावधान होती जा रही है, क्योंकि अब तो बिना प्रमाण के झूठा ज्ञान मानते हुए जनता धार्मिक ज्ञान तक को ठोकर करने लगी है।
अभी आगे - आगे देखो तो, परिवर्तन चक्र क्या-क्या करता है। अब समझ में आएगा $सत्यमेव जयते$ का सही अर्थ क्या है। बने रहे आगामी समाचार डी डी इंडिया न्यूज़ के साथ।
(सुशील चौरसिया जी की रिपोर्ट)