यह दसवीं प्रमाणित एवं खोजी पत्रकारिता की रिपोर्ट है जिसमें मध्य प्रदेश शासन (वन विभाग )से करोड़ो से अर्बो रूपयों की लूट का शिकार प्रति माह हो रहा है और इसमें वन विभाग मंडल अधिकारी सीसीएफ अधिकारी सहित मध्य प्रदेश के शीर्ष अधिकारी भोपाल मध्य प्रदेश तक लूट में शामिल हैं क्योंकि अनावेदक प्रदीप कुमार त्रिवेदी को अधीक्षक रातापानी अभ्यारण मऊगंज जिला मऊगंज मध्य प्रदेश में रखकर करोड़ो से अर्बो रूपयों के फर्जी वाड़ा करते हुए सर्व प्रशासन और शासन स्वयं लाभान्वित हो रहा है।
उत्तर प्रदेश राज्य वन सेवा आयोग को छोड़कर मध्य प्रदेश राज्य वन सेवा आयोग को भारी रिश्वत देकर एवं धोखा देकर उपवन मंडल अधिकारी बनकर आज असंवैधानिक एवं अवैध नियुक्ति को प्रशासन एवं शासन संचालित करते हुए जनता की गाड़ी टैक्स राशि पर डाका डालते जा रहे हैं ।इसलिए प्रशासन में भ्रष्टाचार एवं फर्जी वाड़े वाले ,सेटिंग में रिजर्व फॉरेस्ट जैसी जगहों पर रखे जाते हैं ,क्योंकि यहां राशि बहुत ज्यादा आती है और इनका फर्जी वाड़ा अफसरों द्वारा सहयोग से होता रहता है।
वन सेवा आयोग में अवैध नियुक्ति लेकर मध्य प्रदेश शासन को लूट पर किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होना सिद्ध कर रहा है कि इसमें स्वयं शासन तथा प्रशासन भी सहमत हैं अर्थात अपना काम बनता रे! भाड़ में जा रही जनता रे"!!
देश के बेरोजगारों की संख्या विकराल है और दूसरे प्रदेशों से फर्जी नियुक्तियां देकर बेरोजगारों को आत्महत्या हेतु विवश कर रहे हैं, परंतु अब आत्महत्या नहीं हो रही है और बेरोजगार कैसा भी काम कर के दो रोटी( हक की) खा रहे हैं और" सब के बाप जी" की शरण में शांति से अपना ही भाग्य अपने हाथों से बना रहे हैं। हरामखोर अपनी ही करतूत से "घणा " पाप के साथ धन एकत्रित करते हुए रावण बनने की उल्टी खोपड़ी वाली चाल, चल रहे हैं। असंवैधानिक अपराध में सारे शासन प्रशासन के माननीय भी जिम्मेदार होकर धर्म की सर्वोच्च सत्ता को दुखी करते हुए अराजक प्रशासन से स्वयं लाभ ले रहे हैं और इस कारण से कालचक्र की उग्रता प्रहार पर कोई बहुत बड़ा परिवर्तन करने हेतु आतुर हो रही है। ऐसा नहीं है। बुरा - बुरा ,लूटपाट की अंधेर गर्दी की ही चाल चलती रहे। पदासीन पदो पर से कैसे सेवा निवृत होंगे ? यह देखने में समय-समय पर परिवर्तन होता ही है रहता है इसका अतीत देखना चाहिए अर्थात युग परिवर्तन से अब शांति हेतु मिडिलईस्ट मध्यम श्रेणी के लोग जाग कर शक्तिशाली हो रहे हैं । अब ज्ञान का तूफान न केवल भारत के लिए है ,वरुण सर्व संसार को होने वाला है, जो धीरे-धीरे चल रहा है, और उसके पल्ले पढ़ने वालों के सारे (अवगुण) शीघ्र परिवर्तित हो रहे हैं झूठे और लुटेरों का समय अब हाथ से निकल रहा है।
लूट खसूट के साम्राज्य का अंत हमेशा से होता आया है। इस प्रकरण में सच्चाई है। फिर भी पदों पर बैठे अधिकारी बेशर्म होकर अपना-अपना कमीशन खा रहे हैं। देश को और देश की जनता को लूटने वालों को भारत क्या सभी मुल्कों की जनता जानती है और खूब पहचानती है क्योंकि अब अपना काम बनता और भाड़ में जाए जनता, वालों का ताज तख्त हिलने ही वाला है। अति हमेशा नहीं चलती है ।अतः अती सर्वेत् वर्जेत् होकर रहेगी। तूफान के पूर्व में सन्नाटा सा छाए जाने लगता है। यही समय है। ऐसे विकट समय पर आसमान वाले की ओर होते हुए जिंदगी जीने का समय बना लो, क्योंकि प्रार्थना से संकट को झेलने की शक्ति मिलती है, और नेताओं ने अपने-अपने जनता को "झेलम सिंह" बना डाले हैं इसलिए केवल अच्छे दिन ही नहीं वरन् अच्छे दिनों के साथ उनका बाप जी भी आने वाला है ।सनातन शब्द "सत्य मेव जयते "से पूरे संसार को एक परिवार की तरह करने वाला है फिर "वसुदेव कुटुंबकम" की स्थिति विश्व में प्रकट होने लगेगी ।
बने रहें आगामी समाचार डीडी इंडिया न्यूज़ के साथ।
>सुशील चौरसिया जी की रिपोर्ट<
