एस सी एवं एस टी को हानि पर, सरकारी शासन प्रशासन चुप क्यों.........?

संवैधानिक आरक्षण के बाद भी फर्जी जाति प्रमाण पत्र वाले बहुतायत, संख्या में नौकरी कर रहे हैं ।और जो कूट रचित दस्तावेज (फर्जी जाति प्रमाण पत्र) से फर्जी नौकरी लेकर कार्य करेगा क्या वह सही कार्य करेगा क्या वह सही प्रशासनिक कार्य कर सकता है? नहीं! कहने न का आशय यह है कि अधर्म एवं दुर्भावना से नौकरी हथियाई है। और देश के संविधान की भावना के विरुद्ध झूठा आरक्षण का लाभ लेकर एस टी एवं एस सी के जीवनो का सुख छीन कर लोग लाभान्वित हो रहे हैं। और जिम्मेदार उनको नौकरी मबनाए रखने पर उल्टी मदद कर रहे हैं । ...........क्यों? क्योंकि ऐसे फर्जी जाति प्रमाण पत्रों से नौकरी करने वाले को, स्वयं प्रशासनिक अधिकारी अपना हथियार बनाकर, भारी-भारी फर्जी वाड़े का गंभीर से गंभीर भ्रष्टाचार कराते हुए राष्ट्र निर्माण के विरुद्ध कार्य किया जा रहा है। एक और राष्ट्र निर्माण के विरुद्ध आचरण और दूसरी ओर संविधान की घोर औमानना से एस सी एवं एसटी के लाभ पर डाका डालने वालों को संरक्षण देकर स्वयं लाभ लेने की प्रतिस्पर्धा से जागृत जनता को सर दर्द हो रहा है क्या हम अराजकता की ओर जा रहे हैं? प्रस्तुत साक्ष्य पर ध्यान दें इसमें एससी एवं एसटी के फर्जी जाति प्रमाण पत्र से लोक हित का सत्यानाश होते ही जा रहा है। मोरिस नाथ फर्जी उपसंचालक कृषि विभाग एवं कृषि कल्याण जिला सिवनी मध्य प्रदेश में कार्यरत है। इन्होंने फर्जी आदिवासी का जाति प्रमाण पत्र बनाकर फर्जी नौकरी लिए हैं ।जिसकी शिकायतें शीर्ष स्तर तक लंबित है फर्जी प्रमोशन का लाभ रिश्वत देकर लगभग( 15 से 20 लाख) रुपए मौज की जिंदगी जी रहा है। अभी हाल ही में इसका प्रमोशन दिवस कर दिया गया है। प्रमोशन और असंवैधानिक था इसलिए शिकायत पर रिवस कर लिया गया है। लेकिन करोड़ों -करोड़ों रुपए भ्रष्टाचार से लूटे गए हैं। इस पर कोई भी कार्यवाही नहीं हो रही है। फर्जी जाति वालों पर तथा उनके उच्च अधिकारियों पर भी गंभीर कार्रवाई होना चाहिए ।भारत वर्ष को जगतगुरु बनने से तथा सुपर पावर बनने से और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति को भारत आने से कोई "माई का लाल" नहीं रोक सकता हैं, क्योंकि जिसकी मर्जी से पत्ता हिलता है। उसने सारे विश्व में भारत को ही स्वयं चुन लिया है। कुदरती तौर से भारतवर्ष का परचम लहराने ही रहेगा। काल का परिवर्तन चक्र का कार्य शीघ्रता दिखाने हेतु आतुर हो रहा है। जनता की प्रार्थना भारत की आन बान और शान को बढ़ाने वाली है। सब बापो के "बाप जी" को पहचानने का समय आने वाला- सा परिलक्षित हो रहा है। सभी विश्व प्रसिद्ध भविष्य वक्ताओं ने भारत के माध्यम से सारे विश्व का कल्याण एवं शांति स्थापित करने का ऐलान कर रखा है किंतु, मीडिया का काम जनता को फेक न्यूज़ दिखाकर भ्रमित करने का रहा है। जब भी कोई घटना जनहित -राष्ट्रहित एवं विश्व कल्याण की शुरू होती है। तब उससे मिलती-जुलती झूठी खबरें चलाई जाती हैं इसलिए सोशल मीडिया में जनता को ज्यादा समर्थन दिया जा रहा है। इसमें बुरे कमेंट करने वाले धराशाई हो जाते हैं और अच्छे समाचार उन्मुक्त कंठ से सराहे जा रहे हैं। जनता अब अच्छे बुरे लोगों की चर्चा स्पष्ट तौर से करने लगी है जनता की जागृति सारे विश्व को स्तब्ध कर रखती जा रही है जन जागृति उलटी खोपड़ियों को सीधा करने का काम करें बिना नहीं रहेगी जन जागृति से आजादी मिली थी और अब सारे विश्व को शांति भी मिलेगी क्योंकि जनता स्वयं विश्व के कल्याण में एक दूसरे को जाग रही है स्वार्थी भावना से ऊपर उठने का योग चालू हो रहा है यह "प्रमाणित खोजपूर्ण रिपोर्ट" जन जागृति की दिशा पर स्पष्ट फोकस है। { सत्य मेव जयते} [सुशील चौरसिया जी की रिपोर्ट]

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