मध्य प्रदेश शासन में चंद्र मौली पांडे भोपाल मध्य प्रदेश के उप वन मंडल अधिकारी राजीव कौशल दूसरा उपवन मंडल अधिकारी है, जो मध्य प्रदेश शासन को लूटम -लाटकर कर रहा है। राजीव कौशल वन विभाग मध्य प्रदेश के अधिकारी हैं जो सामान्य वन मंडल जिला ग्वालियर मध्य प्रदेश में कार्यरत हैं या थे। इन्होंने मध्य प्रदेश राज्य वन सेवा आयोग को धोखा देकर या पैसे देकर असंवैधानिक नौकरी कर रहे हैं, इसी कारण करोड़ों से अर्बो का मध्य प्रदेश शासन को चूना लगाते जा रहे हैं, और इन्हें प्रशासन तथा शासन रोकना नहीं चाह रहे हैं। अवैध नियुक्ति का कारण यह है, कि इनका गृह जिला अलीगढ़ है, जो उत्तर प्रदेश में है, अर्थात यूपी के होकर मध्य प्रदेश में एसडीओ की अवैध नौकरी करते हुए पेंशन तक का लाभ करोड़ों रुपयों की लूट है, और इनके जितने भी उच्च अधिकारी हुए हैं, यह राजीव कौशल से लाभान्वित होते रहे हैं, सभी उच्च अधिकारी को रिश्वत दे देकर नौकरी करने वाले राजीव कौशल तो दोषी है ही, परंतु उनके उच्च अधिकारी ऐसे अवैध नौकरी करने वालों से भारी फर्जी वाड़ा का दबाव (ब्लैकमेल) करा - करा कर जंगल का सत्यानाश करा डाले हैं।
मध्य प्रदेश की वन संपदा के नास में ऐसे अवैध अफसर एवं शासन के नुमाइंदे भी जिम्मेदार है, जो भ्रष्टाचारि राजीव को सहयोग करते हुए मध्य प्रदेश (वन विभाग) की लूट में सभी प्रशासन शासन के जिम्मेदार लाभ लेते रहते हैं।
यही कारण है कि करोड़ों से अर्बो रुपए लूटने वाले को शासन एवं प्रशासन ने अभी तक कुछ भी नहीं किया है। हो सकता है, यह पेंशन भी उच्च अधिकारी की मेहरबानी से ले रहा हो। यदि आज भी शासन प्रशासन कार्यवाही पर अमादा हो जाए। इससे ऐसे कई एसडीओ वन विभाग में है। इसे अर्बो रूपों का शासन को लाभ हो सकेगा।
यह खोजी पत्रकारिता की प्रमाणित एवं दूसरी किस्त है शासन, जनता एवं राष्ट्र को समर्पित है। जनता अब भ्रष्टाचार से आजादी चाह रही है कृपया प्रमाण देखें जी।
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(जिला ब्यूरो चीफ सुशील चौरसिया जी की रिपोर्ट)
