डॉ मनीष मेश्राम ने शेर ए कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कश्मीर से अपनी डॉक्टर ऑफ फिलांसफी पीएचडी की उपाधि 2024 में सफलतापूर्वक पूर्ण कर ली है।

डॉ. मनीष मेश्राम ने शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कश्मीर , (श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर)से अपनी डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) की उपाधि 2024 मे सफलतापूर्वक पूर्ण कर ली है। उन्होंने शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कश्मीर के पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन संकाय के पशुधन उत्पादन और प्रबंधन विभाग प्रोफेसर प्रोफेसर डॉ एचएम खान के निर्देश (पशुधन उत्पादन और प्रबंधन) में अपनी थीसिस लद्दाख के कारगिल जिले में भेड़ पालन की प्रचलित प्रबंधन पद्धतियां और अर्थशास्त्र का सफलता पूर्वक बचाव किया। डॉ. मनीष मेश्राम ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद -2019 द्वारा एस आर एफ के माध्यम से डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी में शामिल हुआ। डॉ मनीष मेश्राम वर्तमान में पशुपालन के मशीनीकरण विभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल एमपी में एक एसआरएफ के रूप में काम कर रहे हैं, डॉ मनीष मेश्राम ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी 2013-2017 (यूपी) से बीएससी (कृषि) में विशेषज्ञता हासिल की है। एमएससी कृषि (पशुधन उत्पादन और प्रबंधन) 2017-2019 महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय , चित्रकूट, सतना एमपी डॉ मनीष मेश्राम ने कई लोकप्रिय लेख, पुस्तक अध्याय, शोध पत्र और पेटेंट लिखे हैं। डॉ मनीष मेश्राम को कई पुरस्कार मिले हैं डॉ मनीष मेश्राम को आपकी लगन, कड़ी मेहनत और दृढ़ता रंग लाई है। हम आपके भविष्य के सभी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देते हैं। प्यार और गर्व के साथ, मेश्राम परिवार पिता जी खडगसिंह मेश्राम सरकारी शिक्षक धिमरूरीठ कटंगी जिला बालाघाट माता जी प्रेमलता मेश्राम ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बरघाट जिला सिवनी इंदिरा गांधी वॉर्ड बरघाट जिला सिवनी के निवासी हैं, सुनील, विकास, रामकिशोर, धमोधाय, प्रकाश शिवा दीपिका काजल- मेश्राम पेट्रैक गांव गोरखपुर बरघाट जिला सिवनी। ( नगर बरघाट से अरविंद वासनिक की रिपोर्ट )

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