रामकृष्ण भ्रमित वरिष्ठ अध्यापक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोहबर्रा विकासखंड केवलारी जिला सिवनी मध्य प्रदेश में रिश्वत देकर प्रमोशन लिया है इस प्रकार यह सातवें शिक्षक हैं, जो फर्जी प्रमोशन या नियम के विरुद्ध प्रमोशन की नौटंकी से प्रति माह शासन को लूट रहे हैं।
उक्त लूट में जिला सिवनी मध्य प्रदेश के तीन जिला अधिकारी (प्रियंका दास) जिला पंचायत, जिला शिक्षा अधिकारी तथा आयुक्त आदिवासी विकास सभी मिलजुल कर रिश्वत के तहत सहमति का भ्रष्टाचार किए हैं।
आश्चर्य तो यह है कि कृषि मंत्री ने अपनी अनुशंसा कर दिया तो क्या शिक्षा मंत्री झक मारते रह गए हैं (जिसका अर्थ कोई काम नहीं करना होता है या फालतू बैठे रहना होता है) शिक्षा मंत्री पर कृषि मंत्री भारी पढ़कर 15 शिक्षकों से लंबी रिश्वत जरूर लिए हैं। अन्यथा शिक्षा मंत्री के क्षेत्र में घुसकर अनुशंसा कैसे हो सकती है?
जब शासन के मंत्री रिश्वत क्षेत्र में अधिकार क्षेत्र की मर्यादा को तोड़ डाले हैं।तब रिश्वत को भारी मात्रा में लिया सिद्ध हो रहा है।
कृपया रिश्वत लेने वालों की रॉयलटी भी देखो।सन 2014 से आज तक मासिक लाभ ले रहे हैं और अब रिश्वत अदा हो गई होगी। इसलिए शासन लूटा जा रहा है और प्रशासन और 15 शिक्षक लूट का माल खा रहे हैं। यह लूट जनता के टैक्स की है। कार्यवाही द्वारा तीनों जिला के अधिकारी एवं कृषि मंत्री पर संगीन कार्यवाही से शान अपनी न्याय प्रीता का प्रमाण दे अन्यथा मध्य प्रदेश शासन को यही मानना होगा"।।कथनी करनी भिन्न जहां धर्म नहीं पाखंड वहां।। देश में सभी सत्तासीन हुक्म रानो एवं सच्चे देश भक्तों, वैज्ञानिकों की जनता भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए ऊपर वाले का भी शुक्रिया अदा कर रही है और अब ऊपर वाले से भ्रष्टाचारियों पर भी पाकिस्तानी स्टाइल से बमबारी होना चाहिए। जिससे फिर कोई भी माई का लाल अखंड भारत का बाल भी बाका नहीं कर सकेगा । भारत एक बार फिर से अपने पुराने रंग-ढंग में उससे भी बढ़कर प्रकट होगा।
यहां सातवीं के शिक्षक का सरनेम भ्रमित समाचार लेखक और पाठक को भ्रमित होने की शंका उत्पन्न कर रहा है इसलिए रिश्वत देना भ्रमित होना अथवा रिश्वत लेना भ्रमित होना है। मजबूरी रिश्वत लेने वालों को रामकृष्ण जैसे भ्रमित ने भ्रमित किया है या नहीं। इसे समझने पर स्पष्ट कार्यवाही से पता चलेगा। कानून की खटिया खड़ी करते हुए शासन प्रशासन अधिकारी मंत्री, सभी भ्रष्टाचार के पोषक बन गए हैं! ऊपर वाले की मर्जी के बिना पत्ता नहीं हिलता है और यदि यह सत्य है, तो अब भ्रष्टाचारियों पर पाकिस्तानी कार्यवाही जैसी बड़ी-बड़ी कार्यवाही होना चाहिए यदि इतने पर भी कार्यवाही नहीं हो रही है तो, क्यों न भ्रष्टाचार का शासन माना जाए! अब भ्रष्टाचार को ठीक करो जनता की यही अभिलाषा है! बने रहे आगामी समाचार डीडी इंडिया न्यूज़ के साथ जिला चीफ ब्यूरो "सुशील कुमार चौरसिया"की रिपोर्ट
