लोक निर्माण मंत्री और भास्कराचार्य प्रमुख संस्थान के बीच हुई उच्च स्तरीय बैठक.....

लोक निर्माण मंत्री और भास्कराचार्य प्रमुख संस्थान के बीच हुई उच्चस्तरीय बैठक संपन्न हुई। जी आईएस पोर्टल, सर्वेक्षण एप, रोड ऐसेट मैनेजमेंट सिस्टम और प्रशिक्षण जैसे विषयों पर हुई चर्चा। लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह एवं भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग संस्थान के महानिदेशक श्री टी.पी. सिंह के बीच सोमवार को मंत्री निवास कार्यालय पर नई तकनीकों के उपयोग को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम के प्रबंधक संचालक श्री भरत यादव, भवन विकास निगम के प्रबंधक संचालक श्री सीबी चक्रवर्ती, लोक निर्माण के प्रमुख अभियंता श्री केपीएस राणा एवं श्री एस. आर. बघेल उपस्थित थे। बैठक में प्रधानमंत्री गति शक्ति प्लेटफॉर्म के अंतर्गत विकसित किए जा रहे विशेष जी आई एस पोर्टल और सर्वेक्षण मोबाइल अप की विस्तार से जानकारी दी गई। यह पोर्टल मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किया गया है, जो निर्माण कार्यों की निगरानी से लेकर परियोजनाओं के लिए डीपीआर तैयार करने तक की सुविधाएं प्रदान करता है। बैठक में रोड ऐसेट मैनेजमेंट सिस्टम, ग्रीन फील्ड सड़कों की योजना राज्य का रोड नेटवर्क मास्टर प्लान, रोड सेक्टर पॉलिसी और इंजीनियरों के प्रशिक्षण एवं अहम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। श्री सिंह ने प्रदेश के इंजीनियरों को जीआईएस पोर्टल पर प्रशिक्षण देने की सहमति दी है। और आईटी संबंधी तकनीकी जरूरतों में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। लोक निर्माण विभाग के लोकपथ मोबाइल एप एवं लोक कल्याण सरोवर योजना की प्रशंसा करते हुए श्री टीपी सिंह ने सुझाव दिया की विभाग के सभी नवाचारों के संबंध क्रियान्वयन के लिए एक विस्तृत सॉफ्टवेयर सिस्टम निर्मित किया जाना चाहिए। "लोक कल्याण सरोवर" के निर्माण के लिए उपयुक्त स्थल का चयन गति शक्ति पोर्टल के माध्यम से किया जा सकता है। इससे अधिकतम भूजल पुनर्भरण सुनिश्चित किया जा सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक माह 5 और 20 तारीख को किए जाने वाले अवचक निरीक्षणों के लिए निर्माण कार्यों के रेंडम चयन व्यवस्था को जीआईएस होटल के सहयोग से और भी बेहतर बनाया जा सकता है। मंत्री श्री सिंह ने आवश्यक समन्वय एवं तकनीकी सहयोग के लिए उपसचिव, लोक निर्माण विभाग की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने के निर्देश दिए इस समिति में प्रमुख अभियंता कार्यालयों, सड़क विकास निगम एवं भवन विकास निगम के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। यह समिति शंकराचार्य संस्थान के साथ आवश्यक समन्वयक स्थापित कर सभी नवाचारों के क्रियान्वयन की निगरानी करेगी और गति शक्ति प्लेटफार्म के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए समय सीमा मैं आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेगी। प्रदेश में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, पारदर्शिता तकनीकी उन्नयन नई दिशा देने की दृष्टि से महत्वपूर्ण रही। लोक निर्माण विभाग ने तकनीक की बेहतर उपयोग के माध्यम से अधोसंरचना विकास सशक्त और आधुनिक पहल की है।

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