अमित कुमार सिंह उपवन मंडल अधिकारी का गृह जिला पीलीभीत उत्तर प्रदेश है। और यह मध्य प्रदेश राज्य वन सेवा आयोग को एवं शासन प्रशासन को चूना लगाकर वर्षों से असंवैधानिक नौकरी द्वारा करोड़ों /अरबो रुपए का लाभ ले रहे हैं । बेरोजगार एक ओर पढ़े-लिखे बेरोजगार दूसरी और भ्रष्टाचार से शासन प्रशासन को प्रति माह लूटने वाले भ्रष्टाचारी हैं।
इस प्रकार बेरोजगारों की संख्या तो वैसे ही बढ़ी हुई है यह बाहर के आकार के नियम के विरुद्ध नौकरी कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के चालबाज लुटेरों की मध्य प्रदेश शासन प्रशासन लुटेरों को क्यों पाल रहा है। हो सकता है कि अवैध वेतन, विभाग और भ्रष्टाचार की राशि शासन प्रशासन को दी जा रही होगी। अन्यथा ऐसो पर कब की कार्यवाही हो चुकी होती। शासन प्रशासन की मिली भक्ति से बेरोजगारों का दर्द बड़ा है और आम जनता भ्रष्टाचार के डंके पर नाच कूद मचाकर प्रशासन से लाभान्वित होने की नौटंकी कर रही है किंतु वर्षों से लूट पर कार्यवाही नहीं होने से किसी को शर्म भी नहीं आ रही है। और सीबीआई में शिकायतों का अंबार लगा हुआ है।
इसकी कार्यवाही में लगभग 8 वर्ष लगते हैं। प्रशासन पेंशन पर आ जाता है या मर लेता है । शिकायतकर्ता भी परेशान होकर पर हित सरिस धरम नहिं भाई। पर पीड़ा सम नहीं अधमाई। अर्थात पर हित राष्ट्रहित जैसे कर्म करने से परम ईश्वर की संरक्षण और सहायता और सहायता मिलती है। इसी भावना से समाज सेवा होती भी है।
जनता देश में भ्रष्टाचारियों को फूटी आंखों नहीं देखना चाहती और अपनी साधना में देश सुधारो देश के भ्रष्टाचारियों से देश बचाओ आदि बातें सार्वजनिक रूप से हो गई हैं अगर परमेश्वर है तो देश के वैज्ञानिकों से शक्तिशाली अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण कराया जा रहा है। अन्यथा उनकी मर्जी के बिना पत्ता भी नहीं हिल सकता है। जब देश भक्ति संपन्न राष्ट्र हो रहा है। तो भ्रष्टाचार मुक्ति भी होना तय समझिए।
पहले देश को शक्तिशाली होना है फिर भ्रष्टों पर कार्यवाही भी होगी साथ-साथ जनता भ्रष्ट आचरण की पक्षधर नहीं है। दूसरे प्रदेशों से चालबाज मध्य प्रदेश शासन को आखिर कब तक लूटते रहेंगे शासन प्रशासन भ्रष्टाचारियों के संरक्षक बने हुए हैं। इससे जनता दुखी है अब जिसकी मर्जी से पत्ता हिलता है उसी की बारी है।
वन विभाग इस प्रकार दो वन विभाग के एसडीओ से शासन को अरबो रुपए की हानि की कार्यवाही रोकने वालों पर नकेल कसना जरूरी हो गया है। भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के लिए गंभीर कार्यवाही की ओर ध्यान दिया जाना अति अनिवार्य है। बने रहे आगामी समाचार डीडी इंडिया न्यूज़ के साथ सिवनी जिला से जिला चीफ ब्यूरो सुशील कुमार चौरसिया की रिपोर्ट
