ग्राम पंचायत बेहरई में 1 मई मजदूर दिवस मनाया गया जो 1886 में अमेरिका के शिकागो शहर में काम के 8 घंटे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया जिस पर अमेरिका की सरकार ने निहत्थे मजदूरों पर गोलीबारी करवाई एवं मजदूर यूनियन के आठ नेताओं को गिरफ्तार कर 18 दिन बाद फांसी पर चढ़ा दिया गया जिससे पूरे संसार में मजदूरों की आंदोलन तेज हो गए और अमेरिका की सरकार को प्रस्ताव मानना पड़ा और आजादी के पहले से ही अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है उस समय भारत में अंग्रेजों की सरकार थी इन्होंने यहां पर यह कानून नहीं बनाया और भारत में आजादी के बाद 1950 में संविधान में 8 घंटे तय किए गए तब से भारत में 8 घंटे का कानून लागू किया गया परंतु भारत में 1 मई मजदूर दिवस नहीं मनाया जा रहा था तब अंतरराष्ट्रीय दबाव में इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री ने 1980 में 1 में मई मजदूर दिवस मनाने की घोषणा करना पड़ा तब से भारत में 1 मई मजदूर दिवस मनाया जा रहा है। और 44 श्रम कानून कांग्रेस सरकार ने लागू करी थी जिसे वर्तमान भाजपा की सरकार 40 कानून रद्रद करके सिर्फ चार कानून लागू कर रही है जो पूंजी पतियों के हक में है। और भारत के मजदूरों के खिलाफ है इसीलिए तमाम हिंदुस्तान का विपक्ष 20 मई को 40 करोड़ मज़दूरों को लेकर आंदोलन कर रहा है 44 श्रम कानून यथावत रखा जाए ऐसी जनता जनता की मांग है।जिसमें कई मजदूर साथियों ने कार्यक्रम में सम्मिलित होकर इस अभियान में अपना योगदान दिया एवं रैली प्रदर्शन किया जिसमें कामरेट श्री तीरथ प्रसाद गजभिए की अध्यक्षता में एटक यूनियन जिला सिवनी ने की मुख्य अतिथि पूर्व विधायक श्री अर्जुन सिंह काकोड़िया एवं विशेष अतिथि जनपद सदस्य श्री विजय उईके एवं आमंत्रित अतिथि श्री धन कुमार मडावी सरपंच तथा पूर्व सरपंच श्री सुनील राणा मंच संचालक काष्ठागार यूनियन बेहरई के अध्यक्ष श्री जागेश्वर परते आभार प्रदर्शन श्री नीला जी सोनवाने ने किया


