🌾 धान की फसल पर संकट: बेमौसम बारिश से दाने अंकुरित, किसानों को भारी नुकसान 💔
हाल ही में हुई बेमौसम बारिश और चक्रवाती तूफानों के कारण देश के कई हिस्सों में खेतों में कटी पड़ी या खड़ी धान की तैयार फसल में नमी आ गई है, जिससे धान के बालियों में ही अंकुरण (Germination) शुरू हो गया है।
⚠️ मुख्य चिंताएँ और नुक़सान
* अंकुरण से गुणवत्ता में गिरावट: धान के दाने भीगने और अंकुरित होने से फसल की गुणवत्ता (Quality) बुरी तरह प्रभावित हुई है। इस धान का बाज़ार में कम दाम मिलना तय है।
* फसल सड़ने का खतरा: लगातार जलजमाव और नमी के कारण कटी हुई फसल के बोझे (ढेर) और पुआल (पराली) के सड़ने की आशंका है, जिससे किसानों को दोहरा नुकसान हो सकता है।
* कटाई और थ्रेसिंग में देरी: खेतों में पानी भरने से कटाई और थ्रेसिंग (दाने निकालने) के काम में विलंब हो रहा है, जिससे नुक़सान और बढ़ रहा है।
* लागत में वृद्धि: किसानों का कहना है कि फसल को तैयार करने में ₹1.5 लाख से अधिक की लागत आ चुकी है, और अंकुरण के कारण 100% तक फसल ख़राब होने की आशंका है।
🗣️ किसानों की मांग
प्रभावित किसान राज्य सरकारों और प्रशासन से फसल क्षति का जल्द से जल्द सर्वे कराकर मुआवजे और फसल बीमा का लाभ देने की गुहार लगा रहे हैं।
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{डीडी इडिया न्यूज़}
