खोजी पत्रकारिता सप्रमाणित प्रस्तुत हुई है यह आज अंतिम किस्त क्रमांक संख्या 24 पर समाप्ति किस्त है। इसमें सीबीआई या ईडी की कार्यवाही करने वाले कर्मचारियों को प्रमोशन का लाभ मिलता है और इस पत्रकारिता में परमात्मा से लाभ जरूर मिलता है।
लेखक या समाजसेवी को मात्र परोपकार करना होता है। इतने भर से सब बापों के बाप जी स्वयं परमेश्वर स्वयं परोपकारी के सन्गी बन जाते हैं।
आने वाले समय में यह स्पष्ट सी स्थिति दिखाई देगी, क्योंकि पवित्र ग्रंथ रामचरितमानस में, परहित सरिस धर्म नहीं भाई, पर पीड़ा सम नहीं अधमाई "अर्थात पर पीड़ा " का ध्यान दिलाने वाला पत्रकारी करने वाला सच्चा परोपकारी एवं धार्मिक माना जाता है।
इस अंतिम किस्त में अनावेदक मुख्य अभियुक्त नाम अर्पित श्रीवास्तव संलग्न अधिकारी प्रशिक्षु सामान्य वन मंडल रीवा जिला रीवा मध्य प्रदेश में कार्यरत हैं, जो उपवन मंडल अधिकारी की वरिष्ठा सूची दिनांक 1 अप्रैल सन 2021 की सूची क्रमांक 244 में स्पष्ट है इनका गृह जिला जालेम उत्तर प्रदेश राज्य का मूल निवासी होने का है ।
जबकि मध्य प्रदेश राजवन सेवा आयोग की नौकरी एवं नियुक्ति असंवैधानिक होते हुए, धड़ल्ले से अवैध नौकरी करी एवं कराई जा रही है। जिसमें मध्य प्रदेश राजवन सेवा आयोग, सारे प्रशासनिक अधिकारी गण और स्वयं वन मंत्री महोदय सहित माननीय मुख्यमंत्री स्वयं दोषी तथा जिम्मेदार हैं।
ऐसे लगभग पेंशन लेने वालों सहित अभियुक्तों द्वारा वन विभाग से शासन को अर्बन रूपयों की लूट एवं लोकहित का सत्यानाश तथा बेरोजगारों पर गाज गिरने वाले सभी पर गंभीर कार्यवाही नियम अनुसार वर्षों से इसी कारण से रुकी हुई है जबकि यह प्रकरण गुप्त जांच एजेंसी द्वारा स्वयं संज्ञान में लेकर राष्ट्र का एवं लोकहीत का भला करना चाहिए।
अथवा माननीय सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली द्वारा भी स्वयं संज्ञान लेकर भ्रष्टाचार का अरबो- खरबो रुपयो की खजाने एवं पर जनता की प्रार्थना पर ध्यान दिया जाना अपेक्षित है।
अन्यथा जनता जाग उठी है अब जनता स्वयं भ्रष्टाचारियों पर भारी पड़ेगी। जनता को लड़ना नहीं है। जनता अपनी सच्ची प्रार्थना से सच्चे परमेश्वर से यह लाभ सहज ही में लेने लग गई है इसके लिए यूट्यूब की धार्मिक संतों की न्यूज़ देखना चाहिए!
जनता अपनी प्रार्थना की शैली से परिवर्तन चक्र को द्रुत गति से देने में सफल होती जा रही है और इसी से इसी से पाप के खड़े भरते जा रहे हैं और पाप का घड़ा फूट फटता जा रहा है तभी पाप का घड़ा टूटता है ।
भ्रष्टाचारियों के बुरे दिन चालू होने लगे हैं और जनता भले दिनों की आसानवित स्थिति का सुख प्राप्त करने में लग गई है। इसे कहते हैं भले दिन भला करने वाला भगवान ही दे सकता है। बुरे मारगों पर चलने से बुरे दिन आए हैं और अब सच्चे अच्छे मार्ग पर चलने से अच्छे दिनों की बहार बरसने लगी है।
मुख्य संरक्षक वन व्रत रीवा जिला रीवा मध्य प्रदेश को दिनांक 17. 5.2025 में प्रस्तुत शिकायत देखें। जिसमें कार्यवाही नहीं हो रही है, क्योंकि ऊपर तक भ्रष्टाचार का मजमा लगा हुआ है।
इसीलिए प्रमुख सचिव वन विभाग मध्य प्रदेश सरकार एमपी मंत्रालय भोपाल को दिनांक 24/६/ 2025 में एक ही लिफाफे से 14 प्रकरण प्रस्तुत एवं प्रेषित हैं! जिसकी डाक रसीद उक्त प्रकरणों में पूर्व में प्रस्तुत है। इस प्रकार भ्रष्टाचार का मजमा एक बाजार सा लगा हुआ है और भ्रष्टाचारियों को सलाम ठोकने या सेकंड करने वाले मूर्खानंदों की बुद्धि में ज्ञान का संचार हो रहा है और जनता अब फोकट की सलामी देने से बचकर चलती है, क्योंकि शैतानों को नमस्कार करने से अच्छा अपने ईश्वर को मन ही मन पुकारना बेहतर हो चुका है इसी से आसमानों के ऊपर वाला असली परमात्मा स्वयं अपनी कृपा बरसा रहा है और इसीलिए अच्छे दिन आने शुरू हो गए हैं।
परिवर्तन चक्र सभी क्षेत्रों में व्यापक होते जाएगा। तब तमाशा बनाने वाले अर्थात जनता को शासन प्रशासन को लूटने वालों पर गाज गिरने लगेगी। जनता की जागृति शैतानों का नाश करती है ।नकली को लुकने- छुपने की जगह भी नहीं मिलेगी।
भारतवर्ष की उन्नति को किसी व्यक्ति या नेता की दी गई उन्नति नहीं मानना चाहिए व्यक्ति की शक्ति सीमित ही होती है औरअसीमित शक्ति का मालिक स्वयं परमपिता परमात्मा है। अर्थात विगत कुंभ में एक साध्वी द्वारा स्पष्ट किया जा चुका है। अब सब बापों के बाप जी अर्थात असली मालिक स्वयं आए हुए हैं।
परमात्मा की मर्जी के बिना पत्ता तक नहीं हिलता है। इसीलिए उक्त कथन एक साध्वी द्वारा बारंबार जनता को बताया जा चुका है। इसमें करता साध्वी दिख रही है, किंतु असली सब कुछ करने वाला कोई नहीं होता है, वरुण स्वयं करतार परमात्मा ही सब कुछ कर रहें हैं।
अतः समझ ले "आप जी" भारत में बैठे हैं, सबके बाप जी!!
शीघ्र ऐसा समय आने से सबको सब कुछ मालूम पड़ जाएगा। सभी कुछ "सत्य मेव जयते" के तहत ही हो रहा है। कृपया सच्चाई को समझ कर चलें और धोखे से बचें...!
बने रहें आगामी समाचार डी डी इंडिया न्यूज़ के साथ।
$सुशील चौरसिया जी की रिपोर्ट$