अक्सर..... अहंकारी नेता अपने ही बनाए हुए चक्रव्यूह, में क्यों फंस जाते हैं .....?


 मध्य प्रदेश शासन की अनूठी कहानी में लगभग सभी जिलों की पंचायतों में बच्चों छात्रों के लिए खेल मैदान बनवाए गए हैं। इसमें 15 - 15लाख रूपये के लगभग की राशि दी गई है। जिसमें अधिकांश खेल मैदानों की सारी की सारी राशि फर्जी वाडे़ के तहत पूरी ही डकार ली गई है।

 इस प्रकार बच्चों का मुंह पोंछकर अपना भला करने वालों में पंचों तथा सरपंचों ,रोजगार ,सहायकों, सचिवों, पी सी ओ, सब इंजीनियरों, ब्लॉक एवं जिला सी ई ओ अधिकारियों सहित ब्लॉकों एवं जिलों के मनरेगा अधिकारी ब्लॉक एसडीओ। (आर ई एस ) अधिकारी सहित मुख्य कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिक सेवा के सभी जिला के ई- साहबों पर, अति गंभीर कार्यवाही होना चाहिए, क्योंकि प्रदेश भर में हानी अरबो से ज्यादा राशि का सीधा-सीधा फर्जी वाड़ा हुआ है और अधिकांश से कम खेल मैदान गुणवत्ताहीन मात्र कुछ मिट्टी मुरूम डालकर कुछ हजार रूपये में प्रदर्शन कर दिया गया है ।शिकायतों से हल्ला हुआ और जनता ने मुख चिल्लाहट करी ।

तब पंचों को संभाला गया और कुछ ग्रामीणों को भी संभाल गया है, किंतु फर्जीवाड़ा का काम नहीं कराया गया है। कृपया इस महा भ्रष्टाचार को समझने हेतु तीन आवेदन पत्रों को पढ़ें एवं कृपया प्रमाणित शिकायत से प्रदेश को लूटने वालों पर परमात्मा से शिकायत करें। 



आवेदक में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के पास नई दिल्ली में अपना संदेश दिनांक 1/9 /2025 को प्रेषित तथा प्रस्तुत किया गया है ,क्योंकि भ्रष्टाचार अब दीमक से भी खतरनाक स्थिति बना चुका है ।कृपया प्रमाण देखें।..........
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बरघाट जिला सिवनी मध्य प्रदेश को दिनांक 15 4.2025 में उक्त गंभीर शिकायत की गई है जब पूरी राशि ही हड़प ली गई है और सभी प्रशासन में अपना अपना हिस्सा ले लिए हैं तब कार्यवाही करने वाला कार्यवाही नहीं करेगा ।अतः जबरन नस्तीबद्ध शिकायतों में 90 पंचायत की शिकायतें शामिल कर लिए हैं।


 इसी प्रकार सिकायत जिला अध्यक्ष जिला सिवनी मध्य प्रदेश को उक्त अनुसार दिनांक 13 6.2025 में प्रस्तुत की गई है, किंतु यह शिकायत कार्यवाही हेतु जिला पंचायत को दी गई है और "कमीशन खोर प्रशासन" ने कोई प्रति उत्तर या कार्यवाही नहीं किए हैं। प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मध्य प्रदेश सरकार पीएम मंत्रालय वल्लभ भवन भोपाल मध्य प्रदेश में उक्त पूरा प्रकरण दिनांक 19.7.2025 द्वारा प्रेषित किया गया है।



शिकायतें, शिकायतकर्ता का जनहित हेतु कर्तव्य है, लेकिन भारत शासन सेवार्थ को छोड़कर भ्रष्टाचार सेवार्थ का कार्य प्रशासन करते जा रहा है और इसीलिए मध्य प्रदेश शासन के प्रमुख सचिन को शिकायत प्रेषित है कार्यवाही नहीं होने से स्पष्ट है कि मनरेगा की योजना में अरबो- खरबो रूपयों को पंचायत में बाटो और शिकायत होने पर चुपचाप रहो तथा कोई प्रतिक्रिया मत करो क्योंकि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीमक से देश को चट करने की बात कहे थे अर्थात सारा प्रशासन दीमक बनकर भ्रष्टाचार द्वारा देश को खाए जा रहा है। 


बरघाट जिला सिवनी मध्य प्रदेश की शिकायत मात्र एक ब्लाक की शिकायत पर, सारे ब्लॉकों की जानकारी से ज्ञात हुआ है, कि सारे जिले में सारे प्रदेश में यही दुर्गति भ्रष्टाचार की बनी हुई है। अब जनता नेताओं को महा भ्रष्टाचार करने वाला मानने लगी है ।बरघाट जनपद में वर्षों से महा भ्रष्टाचारों पर अरबो रूपयों की कमाई का सपना लेकर पंचायत इंस्पेक्टर ने आय से अधिक संपत्तियां बना चुके हैं। इसमें पेट्रोल पंप दिखाई दे रहा है।...…

>ब्लॉक पंचायत इंस्पेक्टर पेट्रोल पंप वाला भ्रष्टाचार एवं लोकहीत का निकाल रहा दीवाला ।<

बरघाट की 90 पंचायतों में एक पंचायत को फर्जी तरीके से झूठीं पाई जाने की जांच कर ली गई है । ऐसा लेख करते हुए सभी पंचायतें झूटी जांच करके प्रकरण नस्तीबद्ध करते जा रहे हैं ।
और उसी के आधार पर सबरी पंचायत को झूठ कहते हुए नशक्तिबद्ध करते गए हैं। यहां का ऐसा ही धंधा है, कि अनेक पंचायत को एक पंचायत की जांच पर चला दिया जाता है। 


इस प्रकार सभी शिकायतों पर फर्जी जांच के कारण प्रत्येक पंचायत मे 25 से 50000 की रिश्वत लेकर शिकायतकर्ताओं पर फर्जी आरोप लगाकर सचिव रोजगार सहायकों से महा भ्रष्टाचार कराकर अरबो रूपयों का महा भ्रष्टाचार चलाया जा रहा है। अभी हाल ही में 17 शिकायतकर्ताओं को 181 में दोषी मानकर सूची पत्र मध्य प्रदेश इंस्पेक्टर एवं पीसीओ एवं जनपद अध्यक्ष का पति जितेंद्र राहंगडाले (उर्फ रिंकू) भी शामिल है।

 बरघाट क्षेत्र में फर्जी फरमो को बनाकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। इसे उक्त तीनों अभियुक्तों द्वारा मुख्य रूप से संरक्षण किया जा रहा है और मजे की बात देखो अधिकतर फर्मो में बूढ़गे बाप या बुढ़गीमाय के नाम से फर्म बनाकर फर्जीवाड़ा करते हुए मनमाना महा भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है। शिकायतकर्ता 181लगाने वाले, ईन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं। और यह फर्जी फर्म,बुढ़गी माय के मरने पर, कार्यवाही नहीं होने से फर्जी बिलों का लाभ लेने वाले हैं । 

क्या खुद महा भ्रष्टाचार को छुपा कर 181 शिकायत लगाने वालों को बदनाम करते हुए अपने आप को बचाने की यह चाल उल्टे ही उनके गले में फांसी का फंदा बनने लगी है, क्योंकि पहले भी सचिवों से दो बार चंदा लेकर बरघाट पुलिस सहित सिवनी तक भेजे थे और अपने बयान बचाव के बनवाए थे, परंतु बरघाट थाने के टी आई महोदय प्रसन्न शर्मा, एस डीओपी महोदय एवं श्री राम जी श्रीवास्तव एसपी महोदय यह तीनों अधिकारी आखिर एक साथ क्यों स्थानांतरित हो गए थे उक्त पुलिस विभाग ने इसकी शिकायत पर खुद को फंसा लिए हैं और अपनी सर्विस पुस्तिका में लाल शाही इन्हीं महा भ्रष्टाचारीयों को बचाने के कारण लगाई गई हैं। इसी प्रकार उल्टी शिकायत माननीय मुख्यमंत्री को दे बैठे हैं। क्योंकि ये (ब्लैकमेलर सिद्ध नहीं कर सकते) हो सकता है गले का फंदा बनाकर इन्हें परेशानी का कारण बन सकता है। 

 अक्सर अहंकारी नेता अपने ही चक्रव्यूह में, क्यों फंस जाते हैं? 

 जनता अपनी प्रार्थनाओं से ऐसे बड़े-बड़े भ्रष्टाचार के प्रकरणों को सरेआम प्रकाशित कर रही है। सड़कों पर बोल रही है और भ्रष्टाचारियों को देखकर क्रोधित हो रही है। और जो सलाम करते थे वह भी अब यह बड़े लोगों को बड़ा समझकर उनको सलाम करना सारे युवकों ने बंद कर दिए हैं ।

 इस प्रकार से देश कहीं कुछ और ही स्थिति में जाकर खड़ा हो रहा है। यह जनजागृति ऐसे है। जैसे फिरंगियों को भगाने के लिए हुई थी परिवर्तन चक्र भी इसमें शामिल है और अब इसके अर्थ को अच्छे से समझ जाएगी दुनिया "सत्य मेव जयते"
बने रहे आगामी समाचार डी डी इंडिया न्यूज़ के साथ।


{सुशील चौरसिया जी की रिपोर्ट}

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