राम नाम जपना पराया माल अपना क्या इससे पूरा होगा भ्रष्टाचारियों का सपना...?

 भ्रष्टाचारी बाबू 181 की शिकायत पर," अपना उल्लू सीधा" करते हुए, लाखों- करोड़ों रूपयों की कमाई पर लगे हुए हैं!


सीएम हेल्पलाइन 181 शिकायत जनता एवं शासन को सहयोग के अपने उपदेशों को ठीक ढंग से पूरा नहीं कर पा रही है, क्योंकि शिकायतों को अलग-अलग पंचायत तथा अलग-अलग प्रकार के सचिवों या अनावेदको पर लगाई जाती है। और बरघाट जनपद के बाबूओं द्वारा जबरन एक शिकायत पर एक दो या तीन एवं अनेकों शिकायतों को बंद कर दिया जाता है। ऐसा बरघाट जनपद जिला सिवनी मध्य प्रदेश में लगभग 70 शिकायतों को एक शिकायत के निराकरण से सभी शिकायतें बंद करने का रिकॉर्ड बनाया गया है ।पंच परमेश्वर योजना ठीक तरह से प्रयोग में नहीं लाई गई है। 


अलग-अलग पंचायत एवं अलग-अलग तरीके से भ्रष्टाचार को एक विषय की मानकर सभी 181 शिकायत एवं लगभग 70 सिकायतों को बंद कर दिया गया था। जिससे शासन की योजना का नाश हो गया है और शासन की हानि भ्रष्टाचार को जरा भी नहीं सुधारा गया है। 


अभी हाल में सिवनी जिले के सभी ब्लॉकों में शिकायतों को मर्ज करते हुए ब्लाक के बाबूओं द्वारा भ्रष्टाचारियों को लाभ दीलाकर शिकायतें एक से दो या तीन शिकायतों को एक ही ओटीपी से सलटाया एवं बंद किया जा रहा है। फर्जी फर्म से कार्य कराने वाले लोग , गठित ठेकेदार एवं कार्यकारी इकाइयों द्वारा बाबूओं को रिश्वत देकर ऐसा काम करा- करा कर अपनी कमाई में लगे हुए हैं और 181 के शिकायतकर्ताओं को हैंग करते हुए अपना लाभ कमाने का "उल्लू सीधा कर रहे हैं " जबकि शासन को एवं जनता दोनों को गंभीर हानि के साथ शिकायतकर्ता के साथ धोखे बाजी से उसकी कई शिकायतें बंद कर अपना लाभ ले रहे हैं। 

इसमें बरघाट ,कुरई ,छपारा , लखनादौन ,घंसौर ,लखनादौन आदि ब्लॉकों में कुरई एवं बरघाट में ज्यादातर शिकायत में फर्जी तरीकों से बंद की जा रही है ।शासन सेवार्थ के नाम पर नौकरी करो और शासन एवं जनता की हानि करते हुए भ्रष्टाचार की आय से अधिक संपत्ति कमाओ ऐसे हैं। 

ब्लॉकों के बाबूजी और शिकायतकर्ताओं पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाओ। मध्य प्रदेश को शिकायत भेजो और 17 लोगों की सूची को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया स्टेशनों में वायरल करो इस प्रकार दूसरों को ब्लैकमेलर कहने वाले अपने ही करोड़ों के भ्रष्टाचार को छुपा सकते हैं क्या?
कार्यकर्ताओं द्वारा अनेक मोबाइल सीमो से शिकायत करना एवं शिकायतों को छुपा कर स्वयं को ईमानदार बताना गलत है और इसी कारण से बड़े-बड़े भ्रष्टाचारी शिकायतकर्ताओं को झूठी तरीके से ब्लैकमेल का लेख कर, फस गए हैं अतः ब्लॉक से अभी 181 को डील करने वाले बड़े बाबूओं की आय से अधिक संपत्ति की जांच कराई जाए सब सच्चाई सामने आ सकती है। 

फर्जी फर्म को बूढ़े मां या बाप के नाम से फर्जी फर्म बनाकर फर्जी वाडे़ से मनमानी कमाई करने वालों की चालाकी यही है कि बूढ़े मरेंगे जल्दी तो जांच कार्यवाही में वृद्धो पर मरने से कार्रवाई नहीं होगी और "राम-नाम जपना पराया माल अपना" ऐसे पूरा हो जाएगा सपना!


शिकायतों को शहीद करने वाले जबरन जानबूझकर शासन की हानि तथा जनता के हित के दुश्मन बने हुए हैं और समाजसेवी पर झूठा दोषा रोपण करते हुए अपने भ्रष्टाचार को छुपाने वाले "कुटिल मुस्कान से" स्वयं की पीठ अपने ही हाथों से थप थपा रहे हैं। परिवर्तन चक्र सारे विश्व के भ्रष्टो पर कहर बनकर टूटने को आतुर हो रहा है। एक और धर्म एवं अच्छे लोग बढ़ रहे हैं और दूसरी ओर अधर्म एवं बुरे लोगों पर परमात्मा का न्याय तेजी से होने लगा है।

 इस अच्छे बुरे समय के बीच पर संतुलन बनाकर और संभाल कर चलने की कोशिश में सत्य के मार्ग पर बने रहना है अन्यथा बुरों की तरह अच्छो को भी, चटनी पिस सकती हैं। जनता के संतुलन का कार्य भी तेजी से जारी है । इसलिए मरने से पहले अपनी अंतिम इच्छा सत्य मार्ग सच्चे भगवान की होना चाहिए। तभी सत्यमेव जयते को समझा जा सकता है

 

"सांचे सांप लगे, न सांचे काल खाये सांचा में सांचा मिले सांचे मा ही समाय" 


यह शब्द अघोषित सूक्ष्म वेद के हैं। अब समय ऐसा आएगा। जैसे खुद को संभालना ही विश्व को संभालने जैसा है। इस प्रकार हम दीवारों में फंसकर जी रहे हैं और समय दीवारों को गिराने में तैयार है। अब अच्छे दिनों की आहट स्पष्ट सुनी जा सकती है। बस, अब थोड़ा समय इंतजार एवं धैर्य ही शेष बचा हुआ है। कृपया अपने पाप छुपाने हेतु, दूसरों को पापी नहीं बताया जाना चाहिए। समय का चमत्कारी चक्र सबको समाधान करने वाला है। इसमें परिस्थितियां स्वयं प्रमाण है। बने रहे आगामी समाचार डी डी इंडिया न्यूज़ के साथ


{सुशील चौरसिया जी की रिपोर्ट}

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