वन विभाग वन माफिया आपस में मर्ज हुए हैं क्या?

कृपया पढ़कर हैरान तथा परेशान नहीं होना है, क्योंकि सर्कस बंद है। इसलिए वन विभाग स्वयं वन माफिया और रिंग मास्टर बनकर अपने माथे में काला तिलक लगाकर बैठा है दिनांक 26/5 /2025 में पेंच टाइगर रिजर्व को एक सफल आरटीआई प्रस्तुत की गई है। जिसमें जानकारी देने में पसीना आ रहा है रंजीत सिंह जिले के पत्रकारों को अप्रैल में चोरी का ट्रक पकड़ा थे। इस घटना पर जानकारी और सफाई ऐसी दे रहे थे जैसे खुद कानून के सलाहकार हो अपनी सफाई में एक नाबालिक बालक को रंजीत सिंह ने स्वयं कार्यवाही से बाहर कर दिए और कहा कि नाबालिकों को सरकार भी छोड़ रही है ।जबकि असली सच्चाई तो यह है। की नाबालिक को ढाल बनाया गया है । सर्कस वाले भले ही बंद हो गए हैं, मार्जिगं मर्चेंट पढ़ने वाली जनता का खूब मनोरंजन कर रहे हैं। आरटीआई क्या लग गई जैसे किसी ने शेर की पूंछ में आग लगादी हो पत्रकारों को धोखा देकर बड़ी सफाई से बयान बाजी रंजीत सिंह की मर्दानगी के चलते ही यू टर्न हो गए हैं ।और आरटीआई को धारा 6 ब्रैकेट में तीन में अंतरित करते हुए खुद को बचा लिए हैं। सिवनी जिले की जनता वन विभाग की धोखेबाजी के कारनामों को खूब पहचानती है पेंच टाइगर रिजर्व में रंजीत सिंह पहले ही रेंजर रहे हैं ।और घूम फिर कर सेटिंग या फर्जी परीक्षा से बार-बार उन्नत होते हुए अपनी प्रशासनिक पकड़ को खूब मजबूती से पकड़ कर रखे हैं। सिवनी जिले में प्रशासनिक अधिकारी को क्यों इतना सुकून मिलता है ? एक आरटीआई से चौंक उठा पेंज टाइगर रिजर्व सिवनी ने अभी तक आरटीआई का कोई सही या गलत समाधान नहीं कर पाया है और रजिस्टर्ड पत्राचार बार-बार कर रहे हैं। इससे शीर्षक सत्य है। अतः पेंच टाइगर रिजर्व बनाम वन माफिया सिद्ध हुआ है ,क्योंकि यह वही वन विभाग है, जो तोमर सिंह वन मंडल दक्षिण सामान्य जिला सिवनी मध्य प्रदेश और तिवारी रेंजर को बड़ी सफाई से बचाकर आज भी तोमर सिंह चिंता सिंह बनकर नौकरी कर रहे हैं, क्योंकि यह फर्जी जाति प्रमाण पत्र से फर्जी वाड़े के कीर्ति मानव को सुदृढ़ करते हुए मौज में नौकरी चल रही थी किंतु फर्जी जाति की कार्यवाही बार-बार तोमर सिंह को कचोट रही है और सिवनी चेक पोस्ट में वन विभाग की जिप्सी में 8 लट्ठे पकड़े गए और सर्कस की जादूगरी से अचानक डिपो में जाते ही 8 से 7 ही लट्ठे बचे हैं। यह वन विभाग और वन माफिया की जोड़ी भारत के सिक्कों के दो पहलू हैं। अब देखना यह है कि वन विभाग का ऊंट किस करवट बैठता है! £जिला ब्यूरो चीफ सुशील चौरसिया जी की रिपोर्ट £

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