"मनरेगा योजना" हुई, "भ्रष्टाचार का शिकार"

रोजगार सहायक और सचिव की मनमर्जी से भब्बड़ शाही का आलम ग्राम पंचायत मऊ जनपद पंचायत बरघाट जिला सिवनी मध्य प्रदेश में देखा जा सकता है। धनई तलाव का बेसिन एरिया विस्तारीकरण सहवेस्ट वियर का निर्माण मात्र दिखावे का है। इसमें लगभग 20 लाख रूपों का गबन िकया गया है। इस प्रकार यह जनहित के विपरीत भ्रष्टाचार की भेंट में चढ़ावा चढ़ाया गया है। जिसकी शिकायत जिला अध्यक्ष जिला सिवनी मध्य प्रदेश को दिनांक 13 /8 /2024 एवं 30/9 /2024 में प्रस्तुत की गई है। इसकी विशेष शिकायत दिनांक 1/ 11/ 2024 को मुख्य सचिव भोपाल मध्य प्रदेश को भारतीय डाक सेवा की रजिस्टर्ड पोस्ट से प्रेषित है आज समाचार प्रकाशित होने तक कोई भी कार्यवाही नहीं हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि रोजगार सहायक ने अपने परिवार को कपिलधारा कूप का अवैध लाभ लिया गया है और पंच के परिवार को भी लाभ दिया गया है। इस प्रकार राष्ट्रीय योजना मनरेगा की टांग तोड़ तोड़ कर आय से अधिक संपत्ति वाला बन गया है। लोग बात कर रहे हैं गरीबों के आलम में नौकरी क्या मिली है! मनरेगा के कार्यों पर हाथ साफ करते हुए मालामाल हो गया है शिकायत बरघाट ब्लॉक जनपद में नस्तीबद्ध करने का धंधा चलाकर अपना अपना उल्लू सीधा करते हुए लगातार लाभान्वित होने वालों पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं होने से जनता की विशेष फरमाइश पर विगत अनेको वर्षों से "मनरेगा को मजाक" बनाने वालों पर गंभीर कार्यवाही आवश्यक है। जनता तो यहां तक यह कहती रहती है कि रोजगार सहायक को जांच कर लाखों वसूले कार्यवाही करें । क्योंकि कुछ ही वर्षों में गरीब आदमी धनवान कैसे बन गया है। जनता के क्रोध पर चर्चित बात ग्रामीणों की जुबान से सुने जा सकते हैं। आखिर रोजगार सहायकों को भ्रष्टाचार से कौन पाल रहा है? क्या समूचा प्रशासन बिना भ्रष्टाचार के सास भी नहीं ले सकेगा? अनेक सचिव एवं अनेक सब इंजीनियर कार लेकर ड्यूटी कर रहे हैं और रोजगार सहायक ट्रैक्टर वाले हैं इनमें से कुछ एक के पास ट्रैक्टर के अलावा कार भी है इन सब की चर्चा करते हुए जनता स्वयं अपने विवेक से भ्रष्टाचार की रफ्तार नापती रह जाती है। बने रहे आगामी समाचार डीडी इंडिया न्यूज़ के साथ (जिला ब्यूरो चीफ सुशील चौरसिया की रिपोर्ट)

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