आखिर वन प्रशासन की लूट में शासन कितना जिम्मेदार है?

यह प्रमाणित खोजी पत्रकारिता की चौथी किस्त राजू श्रीवास्तव उपवन मंडल अधिकारी सामान्य विदिशा सामान्य वन मंडल जिला विदिशा मध्य प्रदेश में कार्यरत हैं। वरिष्ठा सूची दिनांक 1 अप्रैल सन 2021 के अनुसार सूची क्रमांक 165 एवं गृह जिला इटावा उत्तर प्रदेश होने से आज असंवैधानिक नौकरी करते हुए अपने जवाबदारी उच्च अधिकारी को मूर्ख बनाकर या रिश्वत देकर वर्षों से नौकरी करते हुए शायद रिटायर भी हो चुके होंगे। उक्त प्रकार से फर्जी नौकरी करने वाले मध्य प्रदेश राज्य वन सेवा आयोग को रिश्वत देकर या धोखा देकर अवैध नौकरी करते हुए मध्य प्रदेश शासन को करोड़ों से अर्बो रूपों की हानि कर रहे हैं, और वन विभाग के उच्च अधिकारी गण रिश्वत ले -लेकर अंधे की तरह नौकरी करवाते जा रहे हैं। और मध्य प्रदेश शासन को बेचारा बना डाले हैं। हो सकता है ,शासन भी अपना कोई ना कोई उल्लू सीधा करते हुए करते आ रहा है। अन्यथा उपवन मंडल अधिकारी फर्जी को प्रशासन के उच्च अधिकारी और स्वयं शासन कैसे सहयोगी हो सकते हैं। इस प्रकार से वन विभाग में फर्जी नौकरी के उपवन मंडल अधिकारी प्रशासन में मनमाने फर्जी वाड़ा करते हुए, प्रशासन और शासन की खटिया खड़ी करके लूटम -लाट मचाए हुए और बेचारी जनता हैरान है, क्योंकि, उनके घर में जात में और रिश्ते में बेरोजगार बैठे हैं ,और मध्य प्रदेश शासन प्रशासन फर्जी वाड़े की नौकरी वालों से लाभम - लाभ लिए जा रहे हैं। जनता का कहना है, ऐसे में शासन प्रशासन को लूटने वालों को देखकर युवा पीढ़ी क्या करें? इस और यह चौथी किस्त है, और शासन अभी तक किंग कर्तव्य विमूढ़ की स्थित का शिकार हो गया है। आखिर शासन जान-बूझकर,क्यो लुटते आ रहा है? जनता अब अपनी बद्दुआ की तलवार के प्रहार कर रही है और इसके परिणाम निकट भविष्य में देखे जा सकते हैं। शासन -प्रशासन के घटिया ढंग से लूट-खसूट पर सहयोग से जनता हैरान एवं परेशान होकर ऊपर वाले को न्याय की गुहार लगा रही है। निराकार भले ही नहीं होता है परंतु जनता का श्राप महा भयानक होता है युद्ध में देश आगे बढ़ रहा है, और भ्रष्टाचार का दानव देश को खाये जा रहा है। बेहतर है, कि जनता सत्य से चिपकती चली जा रही है। बने रहे आगामी समाचार डीडी इंडिया न्यूज़ के साथ (जिला ब्यूरो चीफ सुशील चौरसिया जी की रिपोर्ट)

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