भ्रष्टाचार करने वालों को महा भ्रष्टाचारी करने वाले उन्हीं के उच्च अधिकारी ही होते हैं और भ्रष्टाचार करा -करा कर प्रशासनिक लोगों को अपना गुलाम बना डाले हैं, इसीलिए भ्रष्टाचार होते जाता है। और शिकायतों पर फर्जी जांच से शिकायतों को फाइलिंग करते जाने का गोरखधंधा उच्च प्रशासनिक अधिकारी चला रहे हैं इसी तारतम्य में रोजगार सहायक और सचिव ग्राम पंचायत खामी में अति गंभीर भ्रष्टाचार हुआ है जिसकी शिकायत कलेक्टर जिला सिवनी मध्य प्रदेश के कार्यालय में दिनांक 30/9/ 2024 को प्रस्तुत किया गया है। इसमें आठ प्रश्ठो के प्रमाणों से फर्जी हाजिरी का प्रकरण 100% सिद्ध है।
उक्त में दिनांक 1/11/2024 को नव छाया प्रश्ठ लगाकर यह प्रकरण पुनः प्रमुख सचिव भोपाल मध्य प्रदेश को भेजा गया है। आज समाचार प्रकाशित करने तक कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। इससे देश में भ्रष्टाचार का बोलबाला तथा सत्य का दिवाला जैसी कहावत बन रही है।
भ्रष्टाचार को इससे भी गति मिल रही है। जैसे खुफिया विभाग में कर्मचारियों का बहुत अभाव होने से लगभग 8 वर्ष तक का समय लग रहा है। इससे भ्रष्टाचारी सेवा मुक्त होकर या पेंशन लेकर अपनी मूंछों में ताव देता हुआ जनता के सामने सीना ताने चलता है जैसे कोई बड़ी भारी संपत्ति खड़ी (एकत्र) कर लिया है। इस प्रकार भ्रष्टाचार की गंगा देश में बह रही है जनता घुट- घुट कर कभी अपने भाग्य को यह कभी अपने भाग्य विधाता को अपने दर्द बता रही है और कह रही है आखिर कब तक देश को भ्रष्टाचार डीमक की तरह खाता रहेगा । यदि इसे नहीं रोका गया तब भारत वर्ष जगतगुरु यह हमारा देश सुपर पावर कैसे बनेगा?
जनता की हाय! बद्दुआ तथा करूंण प्रार्थना से भाग्य विधाता को जगा रही है। और जन जागृति से देश को संभाला जा सकता है। किसी ने सही ही कहा है कि "कर बुलंद इतना, हर तदबीर के आगे, खुदा खुद बंदे से पूछे बता तेरी रजा क्या है"। जनता अब अपनी बुलंदगी पर ध्यान दे रही है। इसी से देश -दुनिया को सुधारा जाएगा । वरना भारत देश कैसे धर्म गुरु बनेगा? अस्तु कड़े कदम उठाना ही पड़ेगा डाटा एंट्री ऑपरेटर हेमलता बिसेन पिता श्री जयसिंह चौधरी शासकीय हाई स्कूल चिमनाखारी जिला सिवनी मध्य प्रदेश में नियुक्ति होने के बाद रोजगार सहायक ने सचिव के साथ मिलकर मास्टर रोल पर कई माह फर्जी मास्टर रोल बनाएं और ग्रामवासी शिकायत करते रहे कि यह गलत कर रहे हो लेकिन जिला प्रशासन ने कोई कार्यवाही नहीं किया है। इसमें जिला पंचायत सिवनी और बरघाट जनपद की कारस्तानी स्पष्ट हुई है। और कार्यवाही फर्जी जांच से नस्तीबद्ध की गई है ब्लॉक तथा जिले के उच्च अधिकारी स्वयं लाभान्वित होते हुए राष्ट्रीय मनरेगा की खटिया खड़ी कर रहे हैं। जनता जानना चाहती है कि प्रशासनिक अधिकारी कब जेल जाएंगे? जहां शासन को न्याय नहीं वहां जनता को कैसे न्याय मिल सकता है? दुनिया भारत की ओर बड़े हसरत की नजर से देख रही है।.........
(जिला ब्यूरो चीफ सुशील चौरसिया की रिपोर्ट)
