सिवनी/प्रमाण सहित खोजी पत्रकारिता के तहत शिक्षा जगत में तहलका मचाने वाले समाचार इस समाचार की यह आठवीं किस्त है जिस पर क्रोधित जनता कह रही है की शासन को लूट कर हमारे बच्चों को लुटेरा बनाना बंद करें आगे आप समझदार हैं..... इसमें बसंत कुमार उईके वरिष्ठ अध्यापक शासकीय माध्यमिक विद्यालय पीपरडाही विकासखंड िसवनी जिला सिवनी मध्य प्रदेश में रिश्वत देकर प्रमोशन लेने की शिक्षा दे रहे हैं। इस प्रकार शिक्षा जगत पर चर्चा हो रही है कि 15 शिक्षकों ने अपना संगठन बनाकर जिला शिक्षा अधिकारी सिवनी मध्य प्रदेश आयुक्त जिला आदिवासी विकास जिला सिवनी मध्य प्रदेश और जिला पंचायत अधिकारी (प्रियंका दास) जिला सिवनी मध्य प्रदेश, वर्तमान में जिला कलेक्टर का प्रमोशन लेकर कार्यरत है, इस प्रकार उक्त तीनों सिवनी जिला मध्य प्रदेश के संगठित भ्रष्टाचार के प्रमाणित लुटेरे सिद्ध हैं इस बात पर जनता अपना सिर पीट रही है और शासन प्रशासन को कोस रही है । क्योंकि युद्ध में देश आसमान छू रहा है, किंतु, परंतु भ्रष्टाचारियों के बोझ से यह आसमानी ऊंचाई पर खतरा नहीं है क्या? नहीं तो आखिर क्या है?अतः जागो कर्णधारो देश के संगठित भ्रष्टाचारियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही तत्काल करो। अन्यथा कम पानी में जहाज डूबाने की गलती किसी को पछताने का मौका भी नहीं देगी।
यह कौन सा किसान कल्याण तथा कृषि विकास मध्य प्रदेश का मंत्री है जो सारे प्रदेश में मंत्रियों की नाक कटा डाला है क्योंकि शिक्षा विभाग मंत्री के मना करने पर दूसरे विभाग के मंत्री ने अनुशंसा करते हुए "मूर्खानंद"बनकर रिश्वत हजम कर रहे हैं इस नमूने को दुनिया में प्रकाशित किया जा सकता है। शायद ऐसा दिलेर मूर्खानंदम विश्व में ना मिले और मिलते हैं तो मिलकर सारे नेताओं की नाक काटे हैं । जब जनता कहेगी असली पहचानो, नकली पहचानो कौन-कौन?...........
यह आठवीं किस्त प्रकाशित हो रही है। अंधेर गर्दी की हद तो देखो। आज तक स्वयं संज्ञान के सूरमाओं का ध्यानआकर्षित नहीं हुआ है और ना ही कोई सुरमा वकील यह शिक्षक यह सामाजिक कोई सूरमा संगठनों को पता चला है। देश को भ्रष्टाचार का पाठ पढ़ाने वाले 15 शिक्षकों को देश की जनता आखिर कब तक बर्दाश्त करती रहेगी।
शासन प्रशासन जिसमें मंत्री और खामोश जिला प्रशासन सभी बार-बार दोषी तथा पूर्ण रूपेण से जिम्मेदार हैं।
जनता 1947 में जागी थी और भौगोलिक आजादी ले ली थी अब क्या आध्यात्मिकता की और कूच कर रही है ।
बने रहे आगामी समाचार डीडी इंडिया न्यूज़ के साथ।
(जिला ब्यूरो चीफ सुशील दास)
