* रेस्क्यू ऑपरेशन सफल: घायल नन्हे बाघ को इलाज के लिए भेजा गया


 🐅 पेंच टाइगर रिजर्व: घायल शावक का सफल रेस्क्यू

यह रेस्क्यू ऑपरेशन नवंबर 2025 की शुरुआत में, विशेष रूप से 4 नवंबर 2025 को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

पर्यटकों ने 2 नवंबर को पहली बार पेंच टाइगर रिजर्व के कर्माझिरी परिक्षेत्र में बाघिन के साथ एक शावक को घायल अवस्था में देखा था।

विस्तृत समाचार: 'माँ की मौजूदगी में चुनौती भरा रेस्क्यू'

सिवनी/भोपाल (मध्य प्रदेश): पेंच टाइगर रिजर्व में, वन विभाग की टीम ने एक अत्यंत चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन में घायल बाघ शावक को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया। शावक के शरीर पर गंभीर चोटें थीं, जिससे उसके आंतरिक अंग बाहर की ओर दिखाई दे रहे थे, जो उसके जंगल में जीवित रहने के लिए खतरनाक था।

 * घटना की शुरुआत: 2 नवंबर को पर्यटकों द्वारा शावक को घायल अवस्था में देखने के बाद, पेंच प्रबंधन को सूचना दी गई।

 * खोजबीन और चुनौती: 3 नवंबर को टीम ने शावक की तलाश शुरू की और देर शाम उसे उसकी मां बाघिन और एक अन्य शावक के साथ देखा। मां बाघिन की मौजूदगी के कारण, रेस्क्यू ऑपरेशन को तत्काल रोक दिया गया क्योंकि यह बहुत जोखिम भरा था।

 * सफल रेस्क्यू: 4 नवंबर 2025 की सुबह, वन विभाग की विशेषज्ञ टीम ने सटीक रणनीति अपनाई। हाथी दल की मदद से मां बाघिन और दूसरे शावक को सुरक्षित दूरी पर रखा गया। इस बीच, डॉक्टरों की टीम ने घायल शावक को ट्रेंकुलाइज (बेहोश) कर सुरक्षित पकड़ा।

 * उपचार के लिए भेजा: गंभीर हालत को देखते हुए, शावक को बेहतर विशेषज्ञ उपचार के लिए तुरंत भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान के रेस्क्यू सेंटर भेजा गया।

वन विभाग ने इस मुश्किल घड़ी में शावक की जान बचाने के लिए त्वरित और सूझबूझ भरा काम किया। शावक का इलाज वन विहार में विशेषज्ञों की देखरेख में जारी है।

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