यह प्रमाणित एवं खोजी पत्रकारिता की 11वीं किस्त है जिसमें सुधीर सेन वरिष्ठ अध्यापक को पैसे लेकर एवं कानून तोड़कर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ढुटेरा विकासखंड केवलारी में और असंवैधानिक पद स्थापना करी गई है। इस प्रकार जिला सिवनी मध्य प्रदेश के शिक्षा अधिकारी जिला सिवनी मध्य प्रदेश आयुक्त आदिवासी विकास जिला सिवनी मध्य प्रदेश जिला पंचायत अधिकारी बिझावाड़ा जिला सिवनी मध्य प्रदेश की प्रियंका दास ने देश में आदिवासियों को मिलने वाले लाभों में पानी फेर दिया है। यह तीनों जिला अधिकारी आदिवासियों को धोखा देकर नियम तोड़कर तथा रिश्वत लेकर सन 2014 से आज तक शासन की खटिया खड़ी किए हुए हैं। कोई भी कार्यवाही नहीं होने से कानून की अराजक स्थिति पर मध्य प्रदेश एवं देश की जनता प्रश्न खड़ा कर रही है, की क्या देश में भ्रष्टाचारियों का "अराजक" शासन चलता रहेगा ?
अब जनता शर्मसार होकर उन्मुक्त कंठ से कह उठी है। भ्रष्टाचार की जय का नारा लगाओ क्योंकि यहां वर्षों पुराने कानून को तोड़कर आदिवासियों के विकास का सत्यानाश हो रहा है। दसवीं किस्त ने देश में भ्रष्टाचारियों द्वारा अराजक शासन की पोल खोल दी है। कानून को तोड़कर भ्रष्ट आचरण करने वाले देश को डूबाने पर सफल होकर "ईस्ट इंडिया कंपनी"के बाद अब "भ्रष्टाचारियों का अराजक शासन" का राज होने वाला है। यदि ऐसा नहीं है। तब कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है?
देश की जनता को सोया हुआ ना समझे। जनता जागते -जागते अपनी प्रार्थना से आसमानी न्याय के अवतरण का कार्य कर रही है इसलिए देश के कर्ण धार समय रहते देश की जनता पर गंभीर होकर 15 शिक्षकों पर एवं तीन जिला अधिकारियों पर शीघ्रता से उचित कार्यवाही करें माननीय न्यायालय के हस्तक्षेप से देश, कानून, प्रशासन, की स्थिति स्पष्ट करें। इसमें संस्कृत की कहावत है। की "अति सर्वत्र वर्जेयेत" अर्थात जब-जब अती होती है। तब तब अती कर्ताओं की दुर्गति होने लगती है। और देखें! जब-जब होही धर्म की हानि, बाढ़ई पाप असुर अभिमानी । तब तब प्रभु धरे मनुज सरिरा हरही कृपा विधि सज्जन पीरा" ।। (पवित्र ग्रंथ राम चरित्र मानस )से
उक्त में स्थिति स्पष्ट है कि अब अती की स्थिति को संभालते हुए जनता को अती के चक्रव्यूह से बाहर लाएं। इससे शीघ्र शांति हो सकती है। कृपया जनहित न्याय हित से ही राष्ट्र हित संभव है। अन्यथा अराजक स्थिति प्रत्येक जन को गंभीर हानि का कारण होती है। हे सब बापो के बाप जी अच्छा समय लाए आप जी।
(जिला ब्यूरो चीफ सुशील चौरसिया जी की रिपोर्ट)
